पोषण सुरक्षा हेतु उपलब्ध साधनों को अपनाएं - डॉक्टर शर्मा 



उज्जैन। कृषि विज्ञान केंद्र उज्जैन में पोषण सुरक्षा विषय पर एक दिवसीय अंतर कालीन प्रशिक्षण आयोजित किया गया. आयोजन का शुभारंभ सरस्वती पूजन के साथ किया गया. आयोजन में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ आरपी शर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भोजन से संपूर्ण पोषण प्राप्त करने के साधन हमारे आस पास उपलब्ध हैं जिनका उपयोग करने के लिए हमें जागरूक होना चाहिए साथ ही कुपोषण को दूर करने में प्रयासरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सुपरवाइजर के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि हमारे पास उपलब्ध अनाजों की आवश्यकता को बड़ा कर भी हम पोषण सुरक्षा कर सकते हैं. 
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी डॉक्टर मोना सिंह ने पोषण सुरक्षा के महत्व को बताया. साथ ही कुपोषण विषय पर चर्चा करते हुए उन्होंने अंकुरण विषय पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया. उन्होंने बताया कि किस प्रकार अंकुरित अनाज भोजन के पाचन रक्त प्रवाह एसिडिटी निवारण आयरन व जंक के अवशोषण में सहायता करता है उनके द्वारा माइलेज रिच फूड बनाने की प्रक्रिया समझाई गई, जो कि अंकुरित गेहूं के द्वारा बनाई जाती है. इससे बने पाउडर को भोजन में मिलाने से वह सतह पाचन क्रिया प्रारंभ कर देता है जो कि बच्चों के लिए बहुत अधिक लाभकारी है. प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सुपरवाइजर एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र की डॉ रेखा तिवारी ग्रह वैज्ञानिक द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को न्यूनतम दरों वाली अधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थों को बनाने की विधियों के विषय में बताया गया, साथ ही प्रश्न उत्तरों के माध्यम से पोषक तत्व तथा उनके गुणों के विषय में अवगत कराया गया. स्वस्थ मन स्वस्थ तन और स्वस्थ विचारों से सुपोषण अभियान से सफल बनाने के विषय में तथा पोषक तत्वों की कमी से होने वाले कुपोषण निवारण के बारे में विस्तृत चर्चा की गई . प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ बीएस तोमर, डॉ एसके कौशिक, श्री हंसराज जाटव, श्रीमती गजाला खान एवं श्री राजेंद्र गवली जी का योगदान कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण रहा.