उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में परंपरानुसार कार्तिक माह की दूसरी सवारी 11 अक्टूबर सोमवार को सायं 04 बजे निकाली गयी। भगवान श्री महाकालेश्वर श्री चन्द्रमोलेश्वर के स्वरूप में पालकी में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। सवारी निकलने के पूर्व मंदिर के सभामंडप में पं.आशीष पुजारी द्वारा भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। पूजन में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री एस.एस.रावत सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उपप्रशासक श्री आशुतोष गोस्वामी, सहायक प्रशासक श्री मूलचंद जूनवाल, श्री चन्द्रशेखर जोशी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री आर.के.तिवारी आदि उपस्थित थे।
भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर की सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पर पहुंची। वहॉ पर भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का मॉ क्षिप्रा के जल से अभिषेक-पूजन किया गया। पूजन-अर्चन के बाद भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंची।
भगवान महाकालेश्वर की अगली सवारी 18 नवंबर को निकलेगी। मार्गशीर्ष (अगहन) माह की पहली सवारी सोमवार 18 नवंबर व शाही सवारी 25 नवंबर को निकाली जायेगी।