मंदिर समिति अधिकारियों व शाखा प्रभारियों की बैठक सम्पन्न

श्रद्धालुओं को सुलभ तरीके से दर्शन कराना हमारी सर्वोच्च  प्राथमिकता रहनी चाहिए।
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति मंदिर के प्रशासक श्री सुजान सिंह‍ रावत ने मंगलवार 24 दिसंबर को मंदिर समिति के अधिकारियों एवं शाखा प्रभारियों की श्री महाकालेश्वर मंदिर के कंट्रोल रूम में बैठक आयोजित कर निर्देश दिये कि, श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन करवाना ही हमारी सर्वोच्ची प्राथमिकता होनी चाहिए। श्री महाकालेश्वर मंदिर का वैभव सर्वविदित है, इसलिए बाहर से आने वाले श्रद्धालु एक अच्छी  छवि लेकर उज्जैन से जावे। प्रशासक श्री रावत ने शाखा वार समीक्षा कर सम्बंधित अधिकारियों एवं शाखा प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये तथा शाखा प्रभारियों से उनके शाखा से उनकी शाखा में आ रही समस्याओ व वर्तमान में चल रही गतिविधियों की जानकारी ली।  


मंदिर समिति जल्दी ही दान की कम्युटराईज्डस रसीद प्रदान करेंगी


श्री महाकालेश्वर मंदिर की समस्त व्यवस्थाएं दान से ही संचालित होती है। इन व्यवस्थाओं को सुदृढ व पारदर्शी बनाने के लिए मंदिर समिति द्वारा दान के काउन्टरों पर जल्दी ही कम्प्यूटर के माध्याम से जनरेटेड रसीद श्रद्धालु को प्रदान करने की व्यवस्था कर रही है। जिससे श्रद्धालु को भी संतुष्टि होगी और मंदिर समिति को प्रतिदिन होने वाली आय की जानकारी प्राप्त होती रहेगी।
आमंत्रण भेजने वाले भक्त को समिति द्वारा डाक के माध्यम से प्रसाद स्वरूप आशिर्वचन भेजे जावेंगे


भारत वर्ष से भक्त उनके यहां होने वाले मांगलिक कार्य, शुभ प्रसंग विवाह आदि का प्रथम आमंत्रण श्री महाकालेश्वर भगवान को भेजते है। जो डाक के माध्यम आमंत्रणपत्र/पत्रिकाएं मंदिर प्रबंध समिति के कार्यालय में प्राप्त होते है । मंदिर समिति की और से श्री महाकालेश्वंर भगवान के आशिर्वाद के रूप में मंगलकामनाएं, आशिर्वचन व बधाई पत्र भक्तों को डाक के माध्यम से भेजा जावेगा। यह व्यवस्था जल्दी ही प्रशासक श्री रावत के निर्देशानुसार सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री आर.के. तिवारी के माध्यम से की जावेगी।


श्री महाकालेश्व र मंदिर में 25 दिसम्बर से 05 जनवरी 2020 तक दर्शनार्थियों की अत्यधिक संख्या  को दृष्टिगत रखते हुए सभी अधिकारियों/प्रभारियों/कर्मचारियों के साप्ताहिक अवकाश 22 दिसम्बोर से 05 जनवरी तक स्थगित किये गये है। इस दौरान होने वाली व्य्वस्थाओं को देखते हुए श्री रावत द्वारा सभी शाखाओं से उनके द्वारा किये गये कार्यो, प्रगतिरत कार्यो तथा इस दौरान आने वाली परेशानियों और व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा कर निर्देश प्रदान किये । श्री रावत ने कहा कि, सभी प्रभारी अधिकारी सभी शिफ्टों में मंदिर में कंट्रोल रूम, नंदी मंडपम, गणपति मंडपम, कार्तिकेय मंडपम, वी.आई.पी. व्यवस्था, प्रोटोकॉल व्यवस्था व अन्य व्यवस्थाओं में समन्वय बनाकर कार्य करेंगे तथा किसी भी परिस्थिति में प्रशासक से संपर्क में रहकर कार्य को संपादित करेंगे। 25 दिसम्बर से सुरक्षा व व्य्वस्था बनाने की दृष्टि से सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षाकर्मी बढाये जायेंगे। काउन्टरों पर एक समय पर दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। इसी प्रकार 31 दिसम्बार व 01 जनवरी को गणपति मंडपम में लाईन चलाने के लिए अलग से ड्यूटी लगाई जा रही है। 31 दिसम्बर 2019 व 01 जनवरी 2020 को श्रद्धालुओं को ऑनलाईन भस्मार्ती की बुकिेंग बंद की गई है। इन तिथियों को केवल सामान्य काउन्टर से ही ऑफलाईन बुकिंग कराई जा सकेगी।
26 दिसम्बर को ग्रहण होने से ग्रहण के वेद बुधवार 25 दिसम्बर 2019 को रात्रि 08 बजे से रहेगे। इसलिए श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित नि:शुल्क् अन्नक्षेत्र 25 दिसम्बर की रात्रि 08 बजे से बंद रहेगा जो 26 दिसम्बेर को ग्रहण के पश्चात शुद्धिकरण होने के बाद लगभग दोपहर 02 बजे से प्रारंभ होगा। भस्मार्ती अपने नियत समय पर ही होगी। नैवेद्य आरती का समय प्रात: 07 बजे से 07:45 तक रहेगा। ग्रहण काल समाप्त‍ होने के पश्चात सम्पूर्ण मंदिर का शुद्धिकरण होगा एवं श्री महाकालेश्वर भगवान का भोग बनेगा। उसके पश्चाात भोग आरती लगभग दोपहर 12 बजे होगी।


बैठक में सहायक प्रशासक श्री चन्द्रशेखर जोशी, श्री मूलचंद जूनवाल, सुरक्षा अधिकारी सुश्री रूबी यादव, सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री आर.के.तिवारी, सहित मंदिर प्रबन्ध समिति के विभिन्न शाखाओं के शाखा प्रभारी उपस्थित थे।