जामिया गोलीकांड के आरोपी ने उज्जैन के मंदिरों पर लाउडस्पीकर को लेकर भी किया था फर्जी पोस्ट 


 



उज्जैन। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे जामिया के छात्रों के ऊपर गोली चलाने वाले कथित नाबालिक आरोपी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कई पोस्ट की थी जो उसकी कट्टरवादी छवि को प्रदर्शित करती है। वैसे फ़िलहाल आरोपी का फेसबुक अकाउंट डिलीट कर दिया गया है, पर जब तक उक्क्त नाबालिक आरोपी का फेसबुक अकाउंट देखा जा सकता था। आरोपी ने अपने नाम के आगे रामभक्त लगा रखा था, वह  नोएडा के जेवर का रहने वाला था। वह पिछले कई समय से ऐसे पोस्ट, स्टेटस व कमेंट करता रहता था। जिसमे कई आपत्तिजनक व कट्टरपंथी विचार थे। वह दीपक शर्मा मे वाले उपदेश राणा से काफी प्रभावित था। उक्क्त दोनों कट्टरपंथी विचार के व्यक्ति है। जामिया का आरोपी शाहीन बाग और जामिया पर राणा से होड़ करने में लगा था। जामिया में गोली चलाने वाले आरोपी ने 28 जनवरी से ही अपने फेसबुक अकाउंट पर संकेत देने शुरू कर दिए थे कि वह कुछ कर सकता है।


28 को पहली पोस्ट तांडव नाम सुना होगा...अब देखोगे..


" इसी दिन शाम को 9:6 मिनट पर आरोपी पोस्ट करता है "ध्यान दे कृपा करके 31st तारीख तक मेरी पोस्टों को नज़र अंदाज़ न करे" रात 10.21 मिनट पर उसका संदेश आता है कि मैं सभी संघठनो से मुक्त हूँ। आरोपी काफी फेक न्यूज़ देखने, शेयर करने, पोस्ट करने का भी शौकीन था। रात 10:26 मिनट पर उक्क्त आरोपी एक पोस्ट और करता है, जिसमे वह लिखता है "उज्जैन के मंदिरों पर  लाउडस्पीकर नही बज सकते तो, तो आवाज़ न आ जाये..." यहाँ हम उक्क्त शब्द नही लिख सकते क्योंकि वह काफ़ी आपत्तिजनक है।
आपको ज्ञात होगा कि कुछ दिन पूर्व ही उज्जैन के महाकाल मंदिर को लेकर एक फेक वीडियो वायरल हुआ था। जिस पर अभी तक उज्जैन पुलिस द्वारा 4 प्रकरण दर्ज कर लिए गए है । प्रशासन व मीडिया के सहयोग से पड़ताल के बाद वायरल वीडियो आष्टा का होना पाया गया था। 
उक्क्त फेंक ख़बर का दिल्ली के जामिया गोलीकांड के आरोपी द्वारा पोस्ट करना कई प्रश्न खड़े करता है ? यह जाँच का विषय भी हो सकता है?
नोट: उपरोक्त ख़बर देश के प्रतिष्ठित वेब समाचार एजेंसी पर आधारित है। उक्क्त समाचार एक वेब चेनल द्वारा प्रमुखता से दिखाया गया था।